आसमां के सारे सितारे
आसमां के सारे सितारे-
चमक रहे वस्त्रों में तुम्हारे,
देखे हम ये चाँद-सितारे -
या तुम्हे देखकर होश संभाले?
आँखों में प्यार का सागर है-
अधरों में मय की गागर है,
मय को पीकर सोचता हूँ-
करूँ खुद को मैं,
तेरे नैनों के हवाले,
फिर डूबा दे मुझको-
या पार लगा,
दिल और जां है सब-
क़दमों में तुम्हारे|
आसमां के लाखों तारे -
चमक रहे वस्त्रों में तुम्हारे |
मैं तुम्हें देखकर सांस भरूँ-
तन-मन में नया अहसास धरूँ,
तेरे मुखड़े की ख़ुशी-
है जान मेरी,
अब रब भी है-
मैं विश्वास करूँ|
तुम हसीं चाँद सी-
दूर भी हो,
नैन चकोर मेरे-
तुम्हे निहारे,
आसमां के लाखों तारे -
चमक रहे वस्त्रों में तुम्हारे |
अम्बरीष चन्द्र 'भारत'