मैं आँखे बंद करलूँ ,
तुम ज़रा सा पास आना-
छूना ना सही,
सांसों को मुझपर तुम लाहरना,
नीरस हूँ मैं,
मुझको ज़रा साँसों से महकाना
मैं आँखे बंद करलूँ
तुम ज़रा सा पास आना |
बेरोजगार तो वो होता है जो दिन भर सोता है, कमाता भी नहीं, मैं बेरोजगार नहीं हूं, दिन भर योगी सरकार के लाखों रोजगार वाली खबर पढ़ता हूं। पिता ज...