रूठकर मुझसे
रूठकर मुझसे-
न यूँ मुझको;
परेशां किया करो,
मेरी रूह-
मेरी सॉंस-
धड़कन मेरी-
सब है तेरा,
थोड़ा सा तो मुझपर-
यकीन किया करो|
काली घटा भी मुझको-
इतना न भाए,
जितनी की तेरी -
ज़ुल्फ़ की घटायें |
मैं तो दीवाना हूँ-
हरपल तेरा ,
तेरी अदाएं-
मुझपर जादू चलाएं |
अपनी ये दूरी-
मुझको रुलाये,
रब से मैं मांगू-
की तुझसे मिलाये |
की आँखे वो उसकी-
जिनमे हूँ मैं,
रब मेरे हिस्से की खुशियाँ-
उनको दिया करो,
रूठकर मुझसे-
न यूँ मुझको परेशां किया करो |
अम्बरीष चन्द्र 'भारत'