आती है तेरी याद
आती है तेरी याद-
इस कदर मुझको,
रोता है दिल-
आँखों में सूखे आंसू,
कुछ तो बता मुझे-
ग़म अपना सुनाऊँ किसको ?
ग़म ये जुदाई का -
सहा न जाये अब मुझसे ,
बढ़े तड़प और मेरी-
तन छोड़ आये रूह,
मिलने को सिर्फ तुझसे |
जीना भी मेरा क्या है?
तन तड़पे यहाँ-
रूह बसती वहां,
नैन जागे हैं पल-पल-
और बरसे यहाँ |
लग जाऊँ गले-
भूल जाऊँ मैं सब कुछ,
तेरे प्रेम को-
रोम-रोम तरसे यहाँ |
अच्छा तो होगा ये भी-
मिट जाये मेरा तन,
समझेगी शायद तब तू-
प्रेम करता था तुझको मन |
हवस न तेरे तन की-
तन मिलते है बाजार में,
चाहत तो दिल की है इतनी,
लगाकर गले तुझे,
अमर हो जाऊँ मैं प्यार में |
न होने पर दुनिया में -
अहसास होगा तुझको,
पागल था एक ऐसा -
जो मरकर भी चाहे तुझको,
आती है याद तेरी-
इस कदर मुझको,
रोता है दिल मेरा-
आँखों में सूखे आंसू,
कुछ तो बता मुझे-
ग़म अपना सुनाऊँ किसको ?
अम्बरीष चन्द्र 'भारत'