आ गई हो तुम..
आ गई हो तुम ,
तो मेरी जान आ गयी है,
जा रही थी आश मेरी,
अब आश आ गयी है|
मेरे जीने का अब इक-
सहारा हो तुम,
देखकर तुमको -
मेरी सांस आगई है,
आ गयी हो तूम -
तो मेरी जान आ गयी है|
तेरे इंतज़ार में मैं कबसे बैठा यहाँ -
न आई तुम पहले -
थी इतनी देर से बोलो कहाँ?
कैसे तुझ बिन तड़प रहा था यहाँ-
फूलों से कर रहा हूँ बातें,
हर कोई मुझे पागल समझे यहाँ|
अकेला होकर भी-
तेरे साथ मानो चल रहा यहाँ,
आने से तेरे देखो बदल गया मेरा जहाँ|
बन गई है फूल कलियाँ -
भौरें गीत गए रहे यहाँ,
खुशबू बिखर रही,
तुम जाती हो जहाँ-जहाँ|
तेरे आने से ही-
ये बहार आ गई है,
आ गए हो तुम-
तो मेरी जान आगई है,
जा रही थी आश मेरी-
वो आश आ गयी है|