मेरे दिल की ख़ुशी तुम क्या जानो
मेरे दिल की ख़ुशी -
तुम क्या जानो ?
दीवाने को है चाँद मिला -
मेरा रोम-रोम ये-
महक उठा,
पतझड़ में ज्यों -
फूल खिला |
दिन बीते कई कठिनाई में-
रातें बीती तन्हाई में,
जब आज नज़र भर -
देखा तुमको,
तन मन में भर आई
"मय" |
अब झूम रहा हूँ-
ख़ुमार लिए,
हर साँस में तेरा-
प्यार लिए |
कई दिन की तलब-
अब शांत हुई,
तेरी नज़र की जब-
बरसात हुई |
इक क्षण में-
खुद से सौ बात हुई,
हर बात में -
तेरी ही बात हुई |
मेरा दिल दीवाना है तेरा-
दीवाने की भी कुछ मानो,
मैं बयां करूँ-
आँखों से ख़ुशी,
मेरे दिल की ख़ुशी-
तुम क्या जानो ?
अम्बरीष चन्द्र 'भारत'
शोभनम्
ReplyDeletedhanyavad guru ji
ReplyDeleteBhai apne liye bhi kuch
ReplyDeletePankaj
ReplyDeleteok sir
ReplyDeleteWah! Wah!
ReplyDeleteThank you so much
DeleteWah Wah 👌❤️
ReplyDeletethank you so much
DeleteNice 👍👍
ReplyDeletethank you so much bhaiya
ReplyDeleteHacked my heart 💓
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