मुझे कल से कुछ उम्मीद नहीं,
आज खुलकर हंस रहा हूं यारों -
इस पल के ठहरने की कोई उम्मीद नहीं।।
आज मैं हूं तो कल कोई और आएगा -
सो रहें हैं वो लोग जो रोकर उम्र गुजार रहे,
आज मैं सचेत करने में लगा हूं -
कल कोई और तुम्हें जगाएगा ।।
MY LAST LIFE "KESHAV RAM AMBRISH CHANDRA BHARAT"
आज जी भर कर जी लेता हूं - मुझे कल से कुछ उम्मीद नहीं, आज खुलकर हंस रहा हूं यारों - इस पल के ठहरने की कोई उम्मीद नहीं।। आज मैं हूं तो कल कोई ...