दिल पर पैग़ाम
क्यों पुकारा हमें -
इतनी मोहब्बत से तुमने?
हुए बेसहारा -
जादू किया ऐसा-
शब्दों से तुमने|
तेरी फूल सी खुशबु-
महसूस कर लगे हम सोने,
मालूम था शहर का जर्रा-जर्रा,
पर देख कर तुझे -
लगे हम ख्वाब में खोने|
की तुझे ढूंढते हुए-
गलियों में लगे हम खोने,
न मिली तू हमे-
तो लगे हम पागल होने|
हर पल तू मेरी आँखों में होती,
बन हवा तू मेरी सांसो में सोती,
नाम सुन लूँ तेरा किसी से-
एक हलचल सी होती,
दिल में ख़ुशी से,
चमक उठती मेरी आंखे ऐसे-
मिले राह अंधियारे में जैसे|
अब नहीं चाहत मुझे-
कुछ और पढ़ने की कभी,
दिल पर तेरा नाम लिखा है,
प्यार का पैग़ाम लिखा है-
और क्यों कुछ मैं पढूं,
रब का सच्चा नाम लिखा है|
दिल पर मेरे तेरा नाम लिखा है-
प्यार का पैग़ाम लिखा है|
Wah wah😍
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