पास तू आए
पास तू आए-
जाने न दू मैं,
शाम-ओ-सुबह तुझको-
देखा करूँ मैं,
नजरों को अपनी -
यही काम दूँ मैं,
दिल को अपने-
आराम दूँ मैं|
करके बहाना -
तुझे रोक लूँ मैं,
जाने लगे जो-
संग चलूँ मैं,
बैठ कहीं तू-
कुछ बाते करूँ मैं,
हंसी तेरी देखूं-
और ज़िंदा रहूं मैं|
चेहरे पर तेरे-
गम को आने न दूँ मैं,
पास तू आये -
और जाने न दूँ मैं|
अम्बरीष चन्द्र 'भारत'
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